गर्मियों में तेज धूप से बचाव के लिए sunscreen का इस्तेमाल बहुत ज़रूरी होता है। यह त्वचा को सूर्य की हानिकारक किरणों से बचाता है और कई तरह के त्वचा रोगों से बचाने में मदद करता है। लेकिन, क्या हर तरह की sunscreen प्रभावी होती है? sunscreen कैसे लगाएं और इसके क्या फायदे-नुकसान हैं, यह जानना भी ज़रूरी है।

sunscreen की जरूरत क्यों है?

  • सूर्य की पराबैंगनी (UV) किरणें त्वचा को नुकसान पहुंचा सकती हैं, जिससे सनबर्नत्वचा का समय से पहले बूढ़ा होना और त्वचा कैंसर भी हो सकता है।
  • sunscreen त्वचा पर एक सुरक्षात्मक परत बनाकर UV किरणों को अवशोषित करता है और त्वचा को नुकसान से बचाता है।

क्या हर तरह की सनस्क्रीन प्रभावी है?

  • सनस्क्रीन की प्रभावशीलता उसमें मौजूद सन प्रोटेक्शन फैक्टर (SPF) पर निर्भर करती है। SPF 30 या इससे अधिक वाली सनस्क्रीन सबसे अच्छी माना जाता है।
  • सनस्क्रीन चुनते समय अपनी त्वचा के प्रकार का भी ध्यान रखना चाहिए। संवेदनशील त्वचा के लिए खासतौर पर बनाई गई सनस्क्रीन का इस्तेमाल करना चाहिए।

सनस्क्रीन कैसे लगाएं:

  • सनस्क्रीन घर से बाहर निकलने से 20 मिनट पहले पूरी त्वचा पर मोटी परत में लगाएं।
  • हर दो घंटे में सनस्क्रीन दोबारा लगाएं, खासकर पसीने आने या पानी में जाने के बाद।
  • कानोंगर्दन और हाथों जैसे उजागर हिस्सों पर सनस्क्रीन ज़रूर लगाएं।

सनस्क्रीन के फायदे:

  • सनबर्न से बचाता है।
  • त्वचा को जवां और स्वस्थ रखता है।
  • त्वचा कैंसर के खतरे को कम करता है।
  • झुर्रियों और ठीक लाइनों को कम करने में मदद करता है।
  • त्वचा को सूर्य की किरणों से होने वाली क्षति से बचाता है।

सनस्क्रीन के नुकसान:

  • कुछ सनस्क्रीन में रासायनिक पदार्थ होते हैं जो त्वचा को एलर्जी पैदा कर सकते हैं।
  • सनस्क्रीन पर्यावरण के लिए हानिकारक हो सकता है।
  • सनस्क्रीन त्वचा के रोमछिद्रों को बंद कर सकता है, जिससे मुंहासे हो सकते हैं।

गर्मियों में सनस्क्रीन का इस्तेमाल बहुत ज़रूरी है। सही सनस्क्रीन चुनने और इसे सही तरीके से लगाने से आप अपनी त्वचा को सूर्य की हानिकारक किरणों से बचा सकते हैं और कई तरह के त्वचा रोगों से बच सकते हैं।

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